Digital payment terminology – डिजिटल भुगतान से संबंधित कुछ शब्द जो आपको पता होने चाहिए : अगले कुछ वर्षों में डिजिटल भुगतान तेजी से बढ़ेगा। क्योंकि लोग कैशलेस ट्रांजेक्शन की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। इसलिए आपको भी अप टू डेट रहना चाहिए ताकि आप बिना किसी परेशानी के आसानी से डिजिटल भुगतान कर सकें।
इस पोस्ट में प्रदान की गई डिजिटल भुगतान शब्दावली के माध्यम से आप अपने डिजिटल भुगतान शब्दावली के दायरे का विस्तार करने में सक्षम होंगे।
इस पृष्ठ में शामिल हैं:
डिजिटल भुगतान क्या है? – Digital Payment kaya hai?
Digital Payment या Electronic Payment एक सहज प्रणाली है, जहां भुगतान नकदी की आवश्यकता के बिना प्रभावित होते हैं। ऐसे भुगतान डिजिटल माध्यमों जैसे कार्ड, मोबाइल ऐप, आरटीजीएस, एनईएफटी, आदि के माध्यम से किए जा सकते हैं, जहां ग्राहक इलेक्ट्रॉनिक रूप से धन के भुगतान को मंजूरी देता है और पैसा सीधे एक खाते से दूसरे खाते में जाता है।
किसी समाज को less-cash society में परिवर्तित करने के लिए डिजिटल पेमेंट मेथड अपनाने की जरुरत है। हमारे देश में पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल भुगतान बहुत तेजी से बढ़ा है। और आज विभिन्न प्रकार के डिजिटल भुगतान के तरीके भी उपलब्ध हैं।
भारत सरकार भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज में बदलने के लिए कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा दे रही है। तो Go Digital, Go Cashless…
विभिन्न प्रकार डिजिटल भुगतान के तरीके? – Vibhinn prakaar Digital Payment ke tareeke?
आजकल डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के विभिन्न तरीके उपलब्ध हैं। उदाहरण के लिए…
1) Internet Banking :
इंटरनेट बैंकिंग क्या है? सरल भाषा में, इंटरनेट बैंकिंग एक इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली (Electronic Payment System) है। इसे ऑनलाइन बैंकिंग (Online Banking), ई-बैंकिंग (e-Banking), वर्चुअल बैंकिंग (Virtual Banking) भी कहा जाता है। बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से वित्तीय और गैर-वित्तीय लेनदेन करने की सुविधा प्रदान करते हैं। आजकल सभी बैंक इंटरनेट बैंकिंग या ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से लगभग सभी बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं। इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से, कई बैंकिंग सुविधाएं जैसे कि फंड ट्रांसफर, डिपॉजिट, ऑनलाइन शॉपिंग, बिल भुगतान, आदि का लाभ ऑनलाइन कहीं से भी लिया जा सकता है।
2) Banking Cards :
3) Mobile Banking :
4) USSD :
5) AEPS :
6) UPI :
7) Mobile Wallets :
8) Point of Sale :
9) Micro ATMs :
10) Bank Pre-paid Cards :
डिजिटल भुगतान शब्दावली – Digital payment terminology in Hindi.
क्या आप डिजिटल भुगतान की दुनिया में नए हैं? या यदि आप इसे और अच्छी तरह से जानना चाहते हैं। तो निम्नलिखित शब्द आपको डिजिटल भुगतान को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर सकते हैं।
2-Factor Authentication :
विभिन्न साइबर हमले के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत है 2-Factor Authentication (2FA)। इस सुरक्षा प्रणाली मे पहचान के दो अलग-अलग रूपों की आवश्यकता होती है।
3-D Secure :
3-Domain Secure – ऑनलाइन क्रेडिट और डेबिट कार्ड लेनदेन में धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक अतिरिक्त सुरक्षा प्रोटोकॉल।
ACH :
ACH का मतलब Automated clearing house – स्वचालित क्लियरिंग हाउस है।
AVS :
Address Verification Service – एड्रेस वेरिफिकेशन सर्विस।
BIN :
Bank Identification Number – बैंक पहचान संख्या।
CVV :
Card Verification Value – कार्ड वेरिफिएशन वैल्यू।
ECS :
Electronic Clearing Service – इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरिंग सर्विस।
IMPS :
Immediate Payment Service – इमीडियेट पेमेंट सर्विस।
KYC :
Know Your Customer – अपने ग्राहक को जानो।
Maestro :
मेस्ट्रो डेबिट कार्ड का एक ब्रांड है। ये बैंकों से प्राप्त किए जाते हैं और कार्डधारक के चालू खाते से जुड़े होते हैं।
MasterCard :
मास्टरकार्ड पेमेंट नेटवर्क द्वारा उपलब्ध कराए गए पेमेंट कार्ड का एक ब्रांड है।
Merchant :
मर्चेंट एक वित्तीय संस्थान को संदर्भित करता है जो विभिन्न प्रकार के वित्तीय लेनदेन का संचालन करता है, जैसे कि ऋण सेवाएं, वित्तीय सलाह, फण्ड-राइजिंग वाली सेवाएं, आदि।।
MICR :
Magnetic Ink Character Recognition technology – मैग्नेटिक इंक करैक्टर रिकग्निशन टेक्नोलॉजी।
NPCI :
National Payments Corporation of India – भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम, भारत में एक मजबूत पेमेंट एंड सेटलमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारतीय बैंक संघ (IBA) की एक पहल है।
NEFT :
National Electronic Funds Transfer – राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर।
OTC :
Over-the-counter
OTP :
One-time password – वन टाइम पासवर्ड, यानि के एक बार इस्तेमाल किया जानेबाला पासवर्ड।
Payment Gateway :
यह एक ऑनलाइन भुगतान सेवा है। यह तकनीक लेन-देन की जानकारी को प्रसारित करने और उपयोगकर्ताओं के बैंक खाते को उस प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ने में मदद करती है जहां धन को स्थानांतरित करने की आवश्यकता है। एक सरल शब्द में, यह खरीदारों और विक्रेताओं के बीच धन के हस्तांतरण को अधिकृत करता है।
PIN :
Personal Identification Number – कम से कम चार अंक का एक संख्यात्मक (न्यूमेरिकल) पासकोड है। जो उपयोगकर्ता को प्रमाणित (ऑथेंटिकेट) करने के लिए उपयोग किया जाता है।
POS :
POS मतलब Point of Sale – जहां डेबिट/क्रेडिट कार्ड स्वाइप, नकद, मोबाइल भुगतान, आदि का उपयोग किसी भी सामान और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जाता है।
RBI :
The Reserve Bank of India – भारतीय रिजर्व बैंक भारत का केंद्रीय बैंकिंग संस्थान है। देश में स्थापित सभी बैंकों को नियंत्रित करता है RBI, इसीलिए RBI बैंकर के बैंक के रूप में भी जाना जाता है।
RuPay :
Rupay एक ब्रांड नाम है। यह 26 मार्च 2012 को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा शुरू किया गया एक स्वदेशी कार्ड भुगतान नेटवर्क है।
SSL Certificates:
Secure Sockets Layer (SSL) Certificates – ऑनलाइन लेनदेन को अधिक सुरक्षित बनाने में मदद करता है।
UTR :
Unique Transaction Reference number – इसका उपयोग भारत में NEFT, IMPS या RTGS जैसे विशिष्ट बैंक लेनदेन की पहचान करने के लिए किया जाता है। ।
VISA Card :
VISA सिर्फ एक ब्रांड नाम है। और वीजा कार्ड केवल एक कार्ड है जो वीज़ा VISA प्रतीक को धारण करता है। जो अपने नेटवर्क के माध्यम से अपने कार्डधारकों को वित्तीय लेनदेन और कई अन्य सेवाएं प्रदान करता है।